अल्मोड़ा। तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद पर विवाद के बाद अल्मोड़ा के विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर मंदिर में उपयोग में लाए जाने वाले घी व भोग सामग्री की गुणवत्ता की जांच कराने की मांग उठी है। जागेश्वर मंदिर समूह के पुजारी प्रतिनिधि पंडित नवीन चंद्र भट्ट के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने मुख्य विकास अधिकारी से मुलाकात कर भोग सामग्री में उपयोग में जाने वाली सामग्री व घी की गुणवत्ता की जांच कराने की मांग की है और शुद्ध घी व भोग सामग्री उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। जागेश्वर के मुख्य मंदिर में अखंड ज्योति समेत पांच मंदिरों में रोजाना सुबह-शाम घी से ज्योति जलाई जाती है। प्रत्यके माह में तकरीबन 40 से 45 किलो घी उपयोग में आता है। इसके अलावा जागेश्वर मंदिर में प्रत्येक दिन ढाई किलो भोग बनाया जाता है। जिसमें चावल, दाल, मसाले, घी समेत अन्य सामग्री उपयोग में लाई जाती है।