टनकपुरः नेपाल के महेन्द्रनगर में कविता वाचन और ऐना बातै प्रतियोगिता आयोजित! गहतोड़ी और कलखुड़िया को दिया गया प्रमाण पत्र, भारता-नेपाल के आत्मीय संबंधों पर हुई चर्चा

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टनकपुर। मित्र राष्ट्र नेपाल के महेन्द्रनगर कञ्चनपुर के नगर पालिका सभागार में गुगुल्डि वाडमय प्रतिष्ठान व गुगुल्डि साहित्यिक मासिक पत्रिका द्वारा ‘पुसे पन्नर’, 15 गते पूस के अवसर पर कविता वाचन, विविध साहित्यिक कार्यक्रम के साथ ही ऐना बातै प्रतियोगिता आयोजित कराई गयी। इस दौरान विभिन्न विद्यालयों के बच्चों व स्थानीय लोगों ने प्रतियोगिता में शिरकत की। कार्यक्रम में टनकपुर से जगदीश चंद्र गहतोड़ी एवं सौरभ कलखुडिया ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर श्री गहतोड़ी ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए कहा कि अपनी भाषा, संस्कृति की रक्षा हेतु यह एक उत्तम पहल है। साथ ही भारत-नेपाल के आत्मीय संबंधों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भौतिक रूप से अलग-अलग देश है, परंतु हमारी आध्यात्मिक संस्कृति समान है। सौरभ कलखुड़िया ने भी अपने वक्तव्य में दोनों देशों की एकता पर बल दिया। इस दौरान समिति गुगुल्डि वाडमय प्रतिष्ठान महेन्द्रनगर कञ्चनपुर द्वारा जगदीश चंद्र गहतोड़ी व सौरभ कलखुड़िया को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया। इस दौरान श्री गहतोड़ी ने अपनी स्वरचित कविता ‘पूस महीनों में भूप’ को गुगुल्डि वाडमय प्रतिष्ठान के अध्यक्ष वीरबहादुर चंद्र एवं कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि डॉ. हरीश चंद्र भट्ट को स्रपेम भेंट की। कार्यक्रम में जगदीश ओझा, खीमानंद जोशी, रमेश चंद्र पंत, लक्ष्मीकांत जोशी, अमर राज पंत, चंद्रकला आदि मौजूद रहे।

इस मौके पर जगदीश चंद्र गहतोड़ी ने कार्यक्रम में अपनी कविता सुनाई।
कार्यक्रम का यह रूप
कर गया मुझे अभिभूत
अपनी भाषा अपनी संस्कृति को
नगर पालिका कञ्चनपुर महेन्द्रनगर ने
दिया अप्रतिम अद्भुत स्वरूप
बच्चे बूढ़े जवान
सबने गढ़े प्रतिमान
मंच पर बैठे मूर्धन्य जन
ऐना (आंण) में लगाए रहे मन
साक्षी बना प्रतिष्ठान
बोली भाषा के अनुरूप
‘पूस पन्नर’ बजा सबका भूप
कर गया मुझे अभिभूत


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