चंपावत में बारिश का कहर! मलबा आने से सड़क बंद,45 यात्रियों ने पालिका के रैन बसेरे में गुजारी रात

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चंपावत में बीते दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से हाईवे पर स्वांला के पास भारी मात्रा में मलबा आने से यात्रियों की दिक्कत बढ़ गई है। शनिवार शाम पिथौरागढ़ से दिल्ली जा रही रोडवेज की दो बसें भी फंस गईं। इनमें सवार 45 यात्रियों ने नगर पालिका के रैन बसेरे में रात गुजारी। सूचना पर तहसीलदार जगदीश नेगी के नेतृत्व में राजस्व निरीक्षक पुष्कर नाथ, अमित सिपाल, ईओ अशोक कुमार वर्मा, चंद्रशेखर पंत, प्रदीप भट्ट, मदन कुमार, गोपाल नाथ, सचिन गड़कोटी आदि ने यात्रियों के ठहरने के लिए पालिका के रैन बसेरा और बरातघर में व्यवस्थाएं कीं। यात्रियों को भोजन कराया। रविवार सुबह भी बारिश के नहीं थमने और एनएच के नहीं खुलने से 30 से अधिक यात्रियों को लोहाघाट डिपो की बस से हल्द्वानी भेजा गया जबकि पांच यात्री पिथौरागढ़ को रवाना हुए। इस दौरान पूर्व सभासद रोहित बिष्ट, व्यापार मंडल अध्यक्ष विकास साह, मयूख चौधरी, पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, रविंद्र तड़ागी आदि व्यापारी और जनप्रतिनिधियों ने यात्रियों की मदद की।

चंपावत के स्वांला क्षेत्र में देर शाम फंसे यात्रियों ने बताया कि मशीनें लगाकर यातायात सुचारु करने के प्रयास तो किए जा रहे हैं लेकिन बारिश के चलते मलबा लगातार बार-बार गिर रहा है। जब देर रात मलबा नहीं हट पाया तो प्रशासन ने उन्हें वापस चंपावत भेज दिया। वायु सेना में चंडीगढ़ में तैनात जवान ने बताया कि बारिश से मार्ग बंद होने की सूचना उन्होंने आला अधिकारियों को देकर अवकाश एक हफ्ते के लिए बढ़ा लिया है जबकि कुमाऊं रेजीमेंट में कार्यरत जवानों ने बताया कि वह चंपावत में रहकर बारिश के रुकने का इंतजार करेंगे। मौसम साफ होने पर आगे रवाना होंगे। रीठा साहिब क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया। बारिश से सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। रीठा साहिब-सुखीढांग मोटर मार्ग भी जगह-जगह बंद है। रीठा साहिब-परेवा बिनवाल गांव, रीठा साहिब- मिडार, सूखीढांग-पदमपुर मार्ग भी बारिश के चलते बंद है। सड़कें बंद होने से तीर्थयात्री गुरुद्वारा में ठहरे हैं। बस स्टेशन से रीठा साहिब गुरुद्वारा तक जगह-जगह मार्ग क्षतिग्रस्त होने से तीर्थ यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पहाड़ों में हुई वर्षा से बनबसा में शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया। एक लाख से अधिक क्यूसेक पानी से रविवार को दूसरे दिन भी बनबसा बैराज पर वाहनों का संचालन बंद रहा। रविवार को दोपहर 12 बजे बनबसा में शारदा नदी का जलस्तर सर्वाधिक 1,66,160 क्यूसेक रहा। शाम चार बजे शारदा नदी का जलस्तर 185450 क्यूसेक, पांच बजे नदी का जलस्तर इस वर्ष अब तक का सर्वाधिक 212560 क्यूसेक पहुंच गया। शारदा हेडवर्क्स के एसडीओ प्रशांत कुमार ने बताया कि नदी का जलस्तर एक लाख क्यूसेक से कम होने पर वाहनों का संचालन शुरू होगा। उन्होंने बैराज प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।


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