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पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर मैदानी इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ों में लगातार हो रहे भूस्खलन से कई राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गए हैं। टिहरी जिले में भी बारिश के कारण ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे तीन स्थानों पर बाधित है। रविवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग-94 का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने एनएच पर बगड़धार के पास हो रहे भूस्खलन को लेकर अधिकारियों से जानकारी ली। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को भूस्खलन क्षेत्रों पर स्थित विद्युत पोल को हटाने जबकि ज्यादा खतरा होने पर परिवारों के विस्थापन को लेकर राजस्व टीम को निरीक्षण की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। टिहरी डीएम ने अधिकारियों से कहा कि भूस्खलन क्षेत्र में लोगों को खड़े न होने दें। जेसीबी, पोकलैंड, बुलडोजर के संचालकों को सावधानी पूर्वक कार्य करने व हेल्परों को धुंध में ऊपर पहाड़ी की तरफ नजर रखने के लिए कहा। डीएम ने सड़क की स्थिति को देखकर अधिकारियों से पहले ही लोगों को अवगत कराते हुए वैकल्पिक मार्गों से भेजने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बगड़धार के पास बंद होने से यात्रियों व स्थानीय लोगों को चंबा-मसूरी होते हुए ऋषिकेश-हरिद्वार भेजा जा रहा है। जबकि नेशनल हाईवे-94 हिंडोलाखाल और सिलबढ़ पर भी भूस्खलन से बंद है। तीनों ही स्थान पर लगातार पहाड़ से पत्थरों की बरसात हो रही है। इससे जेसीबी मशीन संचालक को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उधर डीएम के निर्देश पर भूस्खलन के कारण खतरे की जद में आने वाले सिलवण तोक के ग्राम सोनी के 4 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है।