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मानकों को ताक पर रख कर होटलों का संचालन करने वाले करीब 86 होटलों के संचालन पर बंदी की तलवार लटक रही है, यदि समय रहते इन मनमाने होटल संचालकों ने मानक पूरे नहीं किये तो विभाग इन होटलों पर जल्द ही ताले लटकाने वाला है। जी हां बड़ी कार्यवाही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से की जा सकती है, क्योकि बोर्ड ने ऐसे होटलों को फिलहाल चिन्हित कर नोटिस भी जारी कर दिया है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिले के 86 होटलों को बंदी का नोटिस जारी किया है। बिना एनओसी के चल रहे इन होटलों को पीसीबी से एनओसी लेने की चेतावनी दी गई है। समय रहते ऐसा नहीं करने पर इनके खिलाफ बंदी की कार्रवाई की जाएगी। पहले उन होटलों के खिलाफ कार्रवाई होगी, जिनमें 20 से ज्यादा कमरे हैं। वहीं काशीपुर, रुद्रपुर के अलावा सितारगंज, खटीमा और किच्छा के कई नामी होटल भी प्रदूषण नियंत्रण के मानकों की अनदेखी कर रहे हैं। कुछ होटलों ने निकलने वाले सीवरेज का उचित प्रबंधन नहीं किया है तो कुछ ने रसोई का प्रबंधन ठीक से नहीं किया है। इससे जल और वायु दोनों तरह का प्रदूषण बढ़ने की आशंका है। पीसीबी की ओर से कुछ दिन पूर्व होटलों का सर्वे कराया गया। इस दौरान जिले में कुल 189 होटल में से से 103 ने एनओसी ले ली है। एनओसी नहीं लेने वाले 86 86 होटलों को पीसीबी की ओर से नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर उन्होंने समय रहते अपना पक्ष पीसीबी के समक्ष नहीं रखा तो उनके होटल को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
वहीं इनमें कुछ एसे में होटल स्वामी है जो लम्बे समय से पीसीबी के मानकों की धज्जियां उडा रहे हैं, जबकि इनको विभागीय कार्यवाही का कोई खौफ नहीं है।