उत्तराखंड के देहरादून में ईपीएफओ की लिखित परीक्षा के दौरान कॉलेज प्रशासन ने एक संदिग्ध युवती को पकड़ा। बताया जा रहा है कि युवती अपनी सहेली की जगह पर पेपर देने पहुंची थी। पेपर देने की एवज में दोनों के बीच 50 हजार रुपए में सौदा तय हुआ था।
देहरादून थाना कैंट क्षेत्र के अंतर्गत नींबूवाला में डीडी कॉलेज में चल रहे ईपीएफओ की लिखित परीक्षा के दौरान अपनी सहेली की जगह पर एग्जाम देने पहुंची युवती पकड़ी गई। कॉलेज संचालकों द्वारा पुलिस को सूचना देने के बाद पुलिस ने युवती को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस मुख्य परीक्षार्थी (नीतू) की तलाश में जुट गई है। गौर हो कि डीडी कॉलेज नींबूवाला के एग्जाम सेंटर के सार्थक मंमगाई ने शिकायत दर्ज कराई कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की एसएसए पद पर भर्ती चल रही हैं। पहली पाली में कमरा संख्या संख्या-2 में कक्ष निरीक्षक ने संदिग्ध युवती को बैठा देखा तो आवेदक का नाम नीतू रानी, निवासी प्रीतम बाग जींद हरियाणा था। लेकिन बायोमेट्रिक मिलान करने पर परीक्षा कक्षा में मौजूद युवती का मिलान नहीं हो पाया। एग्जाम सेंटर में तुरंत पुलिस को सूचना दी और सूचना मिलते ही पुलिस ने युवती को हिरासत में लिया। पूछताछ में जानकारी मिली कि युवती की असली पहचान सोनिया, निवासी इंदिरा कॉलोनी रोहतक हरियाणा है.आरोपी सोनिया ने हाल ही में हरियाणा के बंदीरक्षक की परीक्षा पास की है और अच्छी तैयारी होने के कारण से वह नीतू का पेपर देने देहरादून पहुंची थी। थाना कैंट प्रभारी संपूर्णानंद गैरोला ने बताया है कि आरोपी सोनिया से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि उसने सहेली को पेपर में पास करने के लिए 50 हजार रुपए में सौदा किया था। सार्थक मंमगाई की तहरीर के आधार पर आरोपी सोनिया के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। जिसके बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।