बदरीनाथ धाम में धर्मशाला में रहने वाले एक साधु ने साथ के ही दूसरे साधु की हथौड़े से निर्मम हत्या कर डाली। उसके बाद आरोपी साधु खुद ही थाने पहुंच गया और अपनी करनी को बयां कर आत्मसमर्पण कर दिया।
साधु मलरेड़ी नवीन रेड्डी उर्फ दत्तचैतन, निवासी तेलंगाना थाने पहुंचा और अपने साथी साधु जोशीमठ निवासी बाबा सुनकरा रामदास उर्फ मोहन कृष्णानंद की हत्या करने की जानकारी दी। उसने बताया कि शव कमरे में ही रखा है। पुलिस टीम दत्तचैतन की निशानदेही पर बाबा काली कमली धर्मशाला पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। दत्तचैतन ने पुलिस को बताया कि उन्होंने कुछ समय पहले गोपेश्वर के पास मंडल में आश्रम के लिए दो नाली भूमि खरीदी थी। इसी जमीन को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था। सोमवार रात को करीब साढ़े आठ बजे हत्यारोपी साधु ने अपने हिस्से की जमीन को बेचने की बात कही, जिसको लेकर दोनों में फिर विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दत्तचैतन ने हथौड़े से बाबा सुनकरा रामदास के सिर पर वार कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। उसने शव को कंबल में लपेटकर अपनी चारपाई के नीचे रख दिया।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि धर्मशाला के मैनेजर की तहरीर के आधार पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर साधु को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में धर्मशाला के मैनेजर पूरन सिंह की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई है। मामला जमीनी विवाद का बताया जा रहा है।