देहरादून। उत्तराखंड में पांचवी विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बना ली है,इतना ही नही अपनी विधानसभा से चुनाव हारने के बाद भी पुष्कर धामी ने दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी सम्भाल ली,इसके लिए हालांकि भाजपा ने थोड़े दिन इंतजार कराया और बैठकों का मैराथन दौर चला लेकिन काँग्रेस अब तक नेता प्रतिपक्ष भी तय नही कर पाई है,जिस कारण विधानसभा का पहला सत्र बिना नेता प्रतिपक्ष के ही सम्पन्न हुआ। चुनाव परिणाम आने के इतने दिनों बाद भी सबकी निगाहे कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष पर टिकी है। बताया जा रहा है कि जल्द ही कांग्रेस तीनों पदों पर जल्द ही नामो का ऐलान कर सकती है।
माना जा रहा है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ एक या दो कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त कर सकती है। कांग्रेस विधानमंडल दल के पूर्व नेता प्रीतम सिंह का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस के सभी विधायक और वरिष्ठ नेता नेता प्रतिपक्ष के चयन करने का अधिकार पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी जिन्हें भी सौंपी जाएगी, पार्टी के सभी लोग उनके साथ मजबूती से काम करेंगे।