लगातार बढ़ रही ईओ और पालिकाध्यक्ष में तकरार,ईओ को कार्यमुक्त करने का प्रस्ताव पारित

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चम्पावत। चम्पावत पालिकाध्यक्ष और ईओ के बीच तकरार कम नही हो रही है। आज पालिका बोर्ड ने बैठक कर सर्वसम्मति से ईओ को वित्तीय और प्रशासनिक कार्य से कार्यमुक्त करने का प्रस्ताव पास किया गया है। साथ ही उनके स्थान पर विभागीय ईओ की तैनाती के लिए सचिव को पत्र भेजा है। मामले में ईओ का कहना है कि उन्हें नियुक्त या हटाने का अधिकार केवल शासन को है।
मालूम हो कि भूपेंद्र प्रकाश जोशी ने जबसे चम्पावत नगरपालिका के ईओ का कार्यभार संभाला है,तबसे चम्पावत नगरपालिका चर्चाओं में बनी हुई है।भूपेंद्र जोशी के कार्यभार संभालने के बाद से ही ईओ और पालिकाध्यक्ष के बीच अनबन होने लग गई थी। जो लगातार बढ़ती जा रही है और मामला कोतवाली तक भी जा पहुंचा है,जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।ईओ और पालिकाध्यक्ष के विवाद के कारण चम्पावत नगरपालिका क्षेत्र में विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गए हैं। पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा लगातार ईओ पर अनैतिक और मनमाने ढंग से कार्य करने का आरोप लगाते रहे हैं। पालिकाध्यक्ष का कहना है कि ईओ बोर्ड के आदेश की बार-बार अवहेलना कर रहे हैं। इससे आहत होकर पालिका बोर्ड ने नगर पालिका अधिनियम 1916 की धारा 58 के तहत ईओ को वित्तीय और प्रशासनिक कार्य से कार्य मुक्त करने का निर्णय लिया है। साथ ही विभागीय ईओ की तैनाती की मांग को लेकर शहरी विकास विभाग को पत्र भेजा गया।
मामले में ईओ भूपेंद्र प्रकाश जोशी ने कहा कि नियुक्ति के बाद से ही वे लगातार पालिका हित में कार्य कर रहे हैं। नियुक्ति के बाद से ही लाखों रुपये का राजस्व और अन्य कर वसूले जा चुके हैं। साथ ही कर्मचारियों के हित में कई फैसले लिए गए हैं। कहा कि पालिकाध्यक्ष उन पर गलत कार्य करने के लिए दबाव डाल रहे हैं। वे बगैर दबाव में आए पालिका हित में कार्य कर रहे हैं। इसी वजह से पालिकाध्यक्ष उन पर गलत आरोप लगा रहे हैं।


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