अल्मोड़ा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की संयुक्त महानिदेशक नंदिनी भट्टाचार्य ने जागेश्वर धाम का दौरा किया, जहां उन्होंने सौ मीटर के दायरे में रहने वाले स्थानीय लोगों और व्यापारियों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने बताया कि राज्य में राष्ट्रीय स्मारकों के सौ मीटर दायरे में 1992 से पूर्व बने भवनों के जीर्णोद्धार की अनुमति मिलेगी, जबकि अब तक लोगों को इस नियम की जानकारी नहीं थी। भट्टाचार्य ने कहा कि कई प्राचीन भवन खंडहर में तब्दील हो चुके हैं और लोग मरम्मत के लिए एएसआई से अनुमति नहीं ले पा रहे हैं। इसके लिए भवन स्वामियों को राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (एनएमए) को ऑनलाइन आवेदन करना होगा, जिसमें खतौनी या राजस्व विभाग की रिपोर्ट शामिल की जा सकती है।