पहाड़ी आलू की देश के मंडियों में बढ़ी डिमांड! खिले काश्तकारों के चेहर

Spread the love

उत्तराखंड अपने प्राकृतिक सौंदर्य और फल सब्जियों के लिए पूरे देश में जाना जाता है। नैनीताल जिले के आलू की भारत के सभी मंडियों में भारी मांग है। पहाड़ के ऑर्गेनिक आलू कि इस बार अच्छी पैदावार हुई है। ऐसे में नैनीताल के आलू की डिमांड दिल्ली, मुंबई, पंजाब सहित कई राज्यों की मंडियों से खूब आ रही है। जिससे पहाड़ के आलू कारोबारियों के साथ-साथ काश्तकारों के चेहरे खिले हुए हैं। हल्द्वानी मंडी में इस समय पहाड़ी आलू की आवक हो रही है। जहां से कई राज्यों की मंडियों में आलू सप्लाई किया जा रहा है। वहीं इस बार काश्तकारों को आलू के अच्छे दाम भी मिल रहे हैं। काश्तकारों की मानें तो इस बार आलू की पैदावार काफी अच्छी हुई है। मंडियों से आलू की खूब मांग आ रही है। काश्तकारों को आलू के ₹15 से लेकर ₹20 प्रति किलो तक रेट मिल रहे हैं। हल्द्वानी मंडी के आलू कारोबारियों की मानें तो इस समय मैदानी क्षेत्रों में आलू का सीजन नहीं है। मैदानी क्षेत्रों में कोल्ड स्टोर का आलू बाजारों में बिक रहा है। ऐसे में पहाड़ के आलू की डिमांड देश के अलग-अलग मंडियों में खूब आ रही है। आलू सीधे खेतों से मंडियों को सप्लाई हो रहा है। कोल्ड स्टोरेज में इसका भंडारण नहीं किया जाता है। जिसके चलते पहाड़ी आलू का स्वाद लाजवाब होता है। आलू कारोबारी दीपक कुमार पाठक ने बताया कि नैनीताल जनपद के ओखलकांडा, धारी, रामगढ़ के इलाकों में आलू की अच्छी पैदावार होती है। यहां के काश्तकारों का आलू उत्पादन मुख्य रोजगार का संसाधन है। जून माह से लेकर अक्टूबर माह तक यहां पर आलू की भरपूर पैदावार होती है। इन दिनों हल्द्वानी मंडी से रोजाना गाड़ियों से आलू पहुंच रहा हैं। जिसके काश्तकारों को अच्छे दाम भी मिल रहे हैं। काश्तकारों का कहना है कि इस बार आलू का उत्पादन अच्छा हुआ है। लेकिन सरकार को चाहिए कि आलू की खेती को और प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को उच्च क्वालिटी का बीज सब्सिडी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाए। जिससे पहाड़ के काश्तकारों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।

 


Spread the love