उत्तराखण्ड। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कालाढूंगी विधानसभा में भाजपा के लिए संकटमोचक बनकर निकले हैं और भाजपा से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे गजराज सिंह बिष्ट को मनाने में सफल रहे हैं।
मालूम हो कि टिकट वितरण के बाद से पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष गजराज सिंह बिष्ट ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था।गजराज बिष्ट कालाढूंगी विधानसभा से भाजपा से टिकट मांग रहे थे,परन्तु भाजपा ने इस सीट ओर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत को प्रत्याशी बनाया है।
टिकट वितरण से नाराज गजराज बिष्ट ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था और उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन भी जमा कर दिया था। गजराज बिष्ट के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने पर भाजपा को बहुत बड़ा खतरा महसूस होने लगा था जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने गजराज बिष्ट को मनाने की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपी थी और राज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत गजराज बिष्ट को मनाने में सफल हुए हैं और गजराज बेस्ट अपना नामांकन वापस लेने को तैयार हो गए हैं हालांकि गजराज बिष्ट ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया