उत्तरकाशी सुरंग हादसा: फिर से इनस्टॉल की गई ऑगर मशीन! पाइप वेल्डिंग का काम शुरू, रात तक कंप्लीट हो सकता है ऑपरेशन

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उत्तरकाशी सिल्कयारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। सड़क और परिवहन अपर सचिव तकनीकी महमूद अहमद ने जानकारी दी है कि अगले दो घंटे में सुरंग के अंदर बचे हुए दो पाइप डाले जाएंगे। पाइपों की वेल्डिंग का काम जारी है, जिसमें करीब दो घंटे का समय लगता है। ऑगर मशीन को भी सही कर दिया गया है। तकनीकी सचिव महमूद अहमद ने उम्मीद जताई है कि आगे उन्हें कोई बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।

दरअसल बीते 13 दिनों से उत्तरकाशी सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने जद्दोजहद जारी है। करीब 48 मीटर हिस्से में पाइप अंदर जा चुके है लेकिन आगे के 12 मीटर का हिस्सा काफी चुनौतीपूर्ण है। क्योंकि पहले गुरुवार को इसे हिस्से में लोहे की रॉड आने के कारण ऑगर मशीन आगे नहीं बढ़ पा रही थी जिन्हें कटाकर हटाया गया। इस दौरान ऑगर मशीन भी खराब हो गई थी जिन्हें सही करने के लिए दिल्ली से एक्सपर्ट बुलाई गए थे जिन्हें मशीन को सही किया। वहीं गुरुवार को जैसे ही दोबार से ऑगर मशीन से ड्रिलिंग का काम शुरू हुआ तो मशीन का प्लेटफार्म ढह गया था जिस कारण गुरुवार रात भर ड्रिलिंग का काम रूका रहा है। वहीं आज शुक्रवार को दोपहर बाद फिर ड्रिलिंग का काम शुरू किया जाएगा। सड़क और परिवहन सचिव तकनीकी महमूद अहमद के अनुसार अगले दो घंटे के पाइपों को जोड़ने का काम किया जाएगा। उसके बाद पाइपों को ड्रील की मदद से सुरंग में अंदर भेजा जाएगा। ड्रिलिंग करने के लिए सिर्फ 12 मीटर का हिस्सा बचा हुआ है। वहीं हरिद्वार पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उत्तरकाशी रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम चरण में है। पीएम मोदी लगातार मजदूरों से बारे में पूरी जानकारी ले रहे हैं और समाधान पर चर्चा करते हैं। केंद्र और राज्य सरकार की सभी एजेंसियां ​​मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए काम कर रही हैं। उम्मीद है कि जल्द ही यह ऑपरेशन पूरा होगा और सभी मजदूर बाहर आ जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार से ही सीधे उत्तरकाशी के लिए निकल गए है। बता दें कि 12 नवंबर को दीपावली के दिन सुबह करीब 5.30 बजे उत्तरकाशी जिले के सिल्कयारा में करीब 4.5 किमी लंबी निर्माणाधीन टनल में मुहाने से करीब 200 मीटर अंदर भूस्खलन हो गया था। इस दौरान नाइट शिफ्ट में काम कर रहे 41 मजदूर टनल के दूसरे हिस्से में फंसे गए थे जिन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन 13 दिनों बाद भी रेस्क्यू टीम को कोई कामयाबी नहीं मिली है। उम्मीद की जा रही है सब कुछ सही रहा तो आज शाम तक टनल में फंसे सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।

 


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