लोहाघाटः वनवास से लौटे प्रभु राम! स्वागत में उमड़े अयोध्यावासी, लीला देख मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

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लोहाघाट। पहाड़ों पर इन दिनों जगह-जगह रामलीला आयोजित हो रही है। लोग भगवान राम की लीला देखने के मिल दूर-दूर से रामलीला मंच तक पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में लोहाघाट में रामलीला मंचन के अंतिम दिन भगवान राम के राज तिलक, राम लक्ष्मण व सीता की अयोध्या वापसी का मंचन किया गया। इस दौरान भगवान श्रीराम के वनवास से लौटने के बाद अयोध्यावासियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। स्वागत के बाद भगवान राम ने अयोध्या का राजपाट संभाला। इस दौरान अयोध्या में उत्सव मनाया गया। दर्शकों ने भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण व हनुमान से आशीर्वाद लिया। रामलीला समिति के अध्यक्ष जीवन सिंह मेहता ने सभी सहयोगियों का आभार जताया। उधर विशुंग के कर्णकरायत की रामलीला के तीसरे दिन धनुष यज्ञ तथा परशुराम लक्ष्मण संवाद ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। धनुष यज्ञ के दौरान जनक की राजधानी में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से आए भूपति शिव धनुष को तोड़ने में विफल रहे। वही जनक ने सिया रहे कुवांरी टूटे नहीं चाप… का गायन किया। विश्वामित्र के साथ जनक के दरबार में धनुष यज्ञ में शामिल हुए भगवान श्रीराम के प्रत्यंचा चढ़ाते ही धनुष टूट गया और सीता ने राम के गले में जयमाला पहनाई। शिव धनुष को टूटे देख परशुराम हाथ में फरसा लहराते पहुंच गए। लक्ष्मण व परशुराम संवाद का दर्शकों ने काफी आनंद लिया। समिति के कैलाश सिंह फत्र्याल ने अतिथियों का स्वागत किया। नेपाल सीमा से लगे चमदेवल, गोली बिरगुल में रामलीला जारी है। लोहाघाट की रामलीला में कोषाध्यक्ष आनंद पुजारी, मुकेश शाह, नरेश राय, कैलाश बगौली, अमित शाह, संजय फत्र्याल, विनोद गोरखा, विकास कुमार, दीपक सुतेड़ी, राजन राय, क्षितिज जुकरिया, पारस जुकरिया, सतीश राजन, कीर्ति बगौली, मनोज शाह, ईश्वरी लाल शाह, विपिन वर्मा आदि लोग मौजूद रहे।


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