चंपावत/लोहाघाट। उत्तराखण्ड में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में नोडल अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मतदान दल का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है।
प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम, मतदान अधिकारी द्वितीय व मतदान अधिकारी तृतीय व मतदान कर्मी शामिल रहे।
प्रशिक्षण के दौरान मतदान पूर्व की तैयारी, वास्तविक मतदान के दौरान की जाने वाली कार्यवाही,मॉक पोल तथा मतदान समाप्ति के बाद की जाने वाली कार्यवाही एवं विभिन्न प्रपत्र भरे जाने के साथ-साथ संग्रह केंद्र मे जमा की जाने वाली सामग्रियों का विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।
इस मौके पर नोडल अधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी ने पीठासीन अधिकारी के साथ लगे अन्य मतदान अधिकारियों के कर्तव्यों के सम्बंध में भी विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रथम मतदान अधिकारी चयनित निर्वाचन नियमावली का प्रभारी होता है एवं निर्वाचक की पहचान के लिए उत्तरदायी होता है, द्वितीय मतदान अधिकारी अमिट स्याही का प्रभारी होता है तथा निर्वाचन के दौरान तर्जनी उंगली में नाखून के मूल ऊपर स्याही का चिन्ह लगाता है। तृतीय मतदान अधिकारी मशीन की नियंत्रण यूनिट का प्रभारी होता है तथा पीठासीन अधिकारी के साथ बैठकर पीठासीन अधिकारी नियंत्रण यूनिट के साथ मतदान प्रक्रिया पर नजर रखता है।
उन्होंने कहा कि मतदान के दिन वास्तविक मतदान से पूर्व की कार्यवाही होती है कि पीठासीन अधिकारी सुनिश्चित करले की 200 मीटर की परिधि में किसी भी दल से संबंधित पोस्टर, बैनर व नारे आदि ना हो।इस मौके पर मतदान कार्मिको को अपने मताधिकार का प्रयोग करने हेतु पोस्टल बैलेट की जानकारी भी दी गई।
बताया गया कि 80 वर्ष से अधिक उम्र,व दिव्यांग मतदाताओं तथा कोविड से प्रभावित मतदाता को पोस्टल बैलट से मतदान कराने की व्यवस्था की गई है और प्रशिक्षण के दौरान इस प्रक्रिया की भी पूरी जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर 54 विधानसभा लोहाघाट रिंकू बिष्ट, सहायक परियोजना निदेशक विम्मी जोशी, जीवन चंद्र कलौनी, अशोक कुमार, एम0पी0जोशी समेत कम्प्यूटर ऑपरेटर मनोज बिष्ट उपस्थित रहे।
Mohan Chandra Joshi
संपादक