आग से धधक रहे हैं अल्मोड़ा के जंगल! दमकल कर्मियों ने बमुश्किल पाया काबू

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अल्मोड़ा में तापमान बढ़ने के साथ जंगलों में आग लगने का सिलसिला तेज हो गया है। चीड़ के जंगलों में जगह-जगह आग धधकने लगी है। इससे जहां वन संपदा को नुकसान पहुंच रहा है वहीं वायु प्रदूषण हो रहा है। आग रिहायसी इलाकों तक न पहुंचे इसके लिए फायर सर्विस की टीम मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुटी हुई है।

शनिवार को अल्मोड़ा के स्यालीधार पावर हाउस के पास जंगल में आग लग गई। वहीं रानीखेत के खनिया के जंगल में आग लगने क्षेत्र में धुआं फैल गया। फायर सर्विस ने मौके पर पहुंचकर आग पर कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया। अल्मोड़ा के स्यालीधार पावर हाउस के पास शनिवार को जंगल में अचानक आग लग गई। आग धीरे-धीरे आबादी क्षेत्र और मुख्य मार्ग की ओर बढ़ रही थी। सड़क में आने जाने वाले वाहनों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई थी। इसकी सूचना लोगों ने तुरंत फायर सर्विस को दी। सूचना पाकर फायर सर्विस की टीम फायर वाहन लेकर तुरंत मौके पर पहुंची और आग को बुझाया। अग्निशमन अधिकारी महेश चंद्र ने बताया कि आग पावर हाउस के पास जंगल में लगी थी।

जो धीरे आबादी क्षेत्र की ओर बढ़ रही थी. उसमें फायर टेंडर से पंपिंग कर एक आग को बुझाया गया। वहीं रानीखेत के खनिया जंगल में भी आग लगी हुई थी। वहां फायर स्टेशन रानीखेत की टीम सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची। लीडिंग फायरमैन नरेश जोशी ने बताया कि खनिया के जंगल मे आग लगने की सूचना पर वहां टीम पहुंची तो देखा कि आग खनिया गोल्ज्यू मंदिर परिसर मे रखी लकड़ियों एवं जंगल मे लगी हुई थी जो तेजी से रिहायसी इलाके की ओर बढ़ रही थी। जिसमें रानीखेत फायर यूनिट टीम की टीम ने एमएफई से दो होज की सहायता से वाहन से पंपिंग कर आग को बुझाया। इस दौरान लीडिंग फायरमैन नरेश जोशी के अलावा, राजकुमार, फायरमैन चांद थापा तथा फायरमैन चंदन राय मौजूद रहे।


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