चम्पावत में भैया दूज का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान बहनों ने च्यूड़े से भाईयों का सिर पूजन किया। भाईयों ने बहनों को उपहार देने के साथ ही सुरक्षा का संकल्प लिया। बहनों ने भाइयों की आरती उतार लंबी उम्र की कामना की। स्थानीय उत्पाद च्यूड़ा और दूर्वा घास से भाइयों का सिर पूजन किया गया। पुरोहित हरीश पांडेय ने बताया कि भैया दूज का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस दिन यमराज स्वयं अपनी बहन यमुना के घर गए थे। इसलिए इसे यम द्वितीया पर्व भी कहा जाता है। इसी मान्यता को लेकर भैया दूज का पर्व मनाया जाता है।
Mohan Chandra Joshi
संपादक