उत्तराखंड में जून माह से मानसून की शुरुआत होने के बाद से ही प्रदेश में वर्षा का क्रम बना हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिन यह क्रम और तेज हो सकता है। मौसम की स्थिति व पुर्वानुमान को देखते हुए मौसम विभाग ने राज्य के पांच जिलों में भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है।
राज्य मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में मानसून सक्रिय है। हिमालयी क्षेत्र में ताजा पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण उत्तराखंड में भी भारी वर्षा के आसार बन रहे हैं। अगले दो दिन देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारों का दौर जारी रहने के आसार हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा के दौरान आपदा के दृष्टिकोण से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में बौछारों के साथ ही कहीं-कहीं भारी वर्षा हो रही है। हालांकि, बीते एक सप्ताह से मूसलधार वर्षा न होने से राहत है। कुमाऊं के ज्यादातर जिलों में तीव्र बौछारों का क्रम बना हुआ है। वहीं, हरिद्वार और देहरादून में भी रोजाना बौछारों के एक से दो दौर हो रहे हैं।देहरादून में बुधवार सुबह हुई तेज वर्षा के दौरान मोहिनी रोड जाने वाले मार्ग पर जलभराव हुआ। इस दौरान यहां से गुजरने वाले स्कूली बच्चे व वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा l दून में बुधवार सुबह शहर के आधे इलाकों में झमाझम बारिश हुई। करीब एक घंटे की बारिश से कई इलाके पानी-पानी हो गए। प्रिंस चौक, बुद्धा चौक, लैंसडौन चौक, ईसी रोड, डालनवाला, सर्वे चौक, राजपुर रोड, जाखन, सहस्रधारा रोड, गुनियाल गांव, पुरकल आदि क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई, जिससे मुख्य सड़कें जलमग्न हो गईं। वहीं मुख्य मार्गों पर आधी-अधूरी नालियों के कारण जल निकासी नहीं हो सकी, जिससे आमजन को आवाजाही में खासी दिक्कतें पेश आईं। खासकर सुबह स्कूल जाने वाले छात्रों को जलमग्न सड़कों से ही गुजरना पड़ा। इसके अलावा शहर के कुछ इलाकों में शाम को भी झमाझम वर्षा हुई।