देश के लिए खाई गोलियां, और देश वासियों ने ही हड़प ली मेजर साहब की मेहनत की कमाई की जमीन।

Spread the love

राजधानी दून में रजिस्ट्रार कार्यालय में जमीनी मामलों की धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेजों से जमीन खरीद फरोख्त के मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा गंभीरता से मामले को लेते हुए जिस तरह से एक्शन लिया गया गया उससे भले ही पूरे प्रदेश में सरकार का जीरो टॉलरेंस का संदेश गया है, बावजूद इसके भी कई जगह रजिस्ट्रार कार्यालयों में फर्जीवाड़े के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, वहीं इस बार मामला सेना एक एक ऐसे अधिकारी का सामने आया है जिसने देश की सेवा करते हुए अपनी जान की परवाह किये बिना ही दुश्मनों के छक्के छुडा दिये थे, और खुद भी गंभीर घायल हो गये थे, वहीं सेवानिवृत्त होने के बाद जब सेना के इस अधिकारी ने अपने परिवार के लिए जमीन का टुकड़ा खरीदा, तो उसपर भी भू माफियाओं की एसी नजर पड़ी की माफियाओं ने फर्जी हस्ताक्षर से रिटायर्ड मेजर की भूमि को ही हड़प लिया, और जब मेजर अपनी जमीन पर अपना अधिकार लेने आये तो पता चला कि भूमि पहले ही किसी अन्य के द्वारा फर्जी हस्ताक्षरों से अपने ान कर दी गई और अब वास्तविक हकदार रिटायर्ड मेजर ने इस पुरे मामले में शिकायत एसडीएम कार्यालय किच्छा में करते हुए अपनी भूमि  भू माफियाओं से वापस करने की मांग की है। रिटायर्ड मेजर ने बताया कि उन्होंने सेना में रहते हुए देश की सेवा की और 71 के युद्ध में दुश्मनों से जमकर लोहा लिया, जिसके बाद उनके दोनों पैरों पर दुश्मन की गोली भी लगी, जिसके बाद उनको वीर चक्र से बी सम्मानित किया गया था, उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से ये सब कुछ हासिल किया आज उसी धरोहर को माफियाओं ने कब्जा दिया है, जिसके लिए सेना के ये मेजर अब अधिकारियों की परिक्रमा करने को मजबूर है, जबकि पहले भी जिले में भूमि खरीद फरोख्त को लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय में कई मामले ऐसे फर्जी पाये गए हैं, बावजूद इसके सीएम धीमी का धासू एक्शन उधमसिंह नगर के अधिकारियों पर शायद प्रभावी नहीं हो रहा।
मामला किच्छा का है जहां के उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा से आज हरियाणा से पहुंचे रिटायर्ड मेजर चंद्रकांत सिंह ने अपनी भूमि के मामले में एक शिकायती पत्र सौंपा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ग्राम रुद्रपुर सानी  भूमिधरी खेतों में पेड़ खड़े हैं भूमि पर खड़े पॉपुलर के पेड़ों को ठेकेदार द्वारा काटने का प्रयास किया जा रहा है मुख्तार खास द्वारा सूचना देने पर पॉपुलर काटने का काम रोक दिया गया था आशंका है कि उसके सारथी मौका मिलते ही पुनः पॉपुलर के पेड़ों की कटान कर मौके को स्थिति को परिवर्तित कर सकते हैं।  उन्होंने कहा कि भारतीय सेवा में मैं कार्यरत था वर्ष 1971 के युद्ध में 70 प्रतिशत बार डिसेबल होने और दोनों पैरों में गोली लगने के कारण उसे वीर चक्र से सम्मानित किया गया है किंतु एक भूतपूर्व सैनिक होने के बावजूद भी कुछ भू माफिया द्वारा प्रार्थी की भूमि को हड़पने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने न्यायहित में ग्राम रुद्रपुर सानी खतौनी संख्या 33 एवं 34 में दर्ज भूमि जो कि प्रार्थी के नाम संक्रमणीय भूमिधर में दर्ज अभिलेख हैं को प्रथम जांच से कराते हुए भूमि को भू माफिया के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।  

Spread the love